____________Post Mid-Sem fourth Umpire's show_____________
आज 6 मैचो की सीरीज का समापन हुआ टीमे थी Students Night Riders और Professors Daredevils.
Night Riders को अपनी ICC रैँक सुधारनी थी इसीलिये सीरीज से पहले खिलाडीयो ने नेट पर खूब जमके मेहनत की उसी टीम मे हम भी थे एक बल्लेबाज.
पहला मैच मे पिच बैटिंग के लिये मददगार साबित हो रही थी तो सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया
दूसरा मैच मे नया गेदबाज आया और उसने कुछ ऐसी गेदबाजी की, की बस कोहली जैसे ही बल्लेबाज क्रिज पर जमे रहे पर बाउण्डरी बहुत लम्बी लम्बी थी तो कोहली जैसे भी बल्लेबाज तेजी से रन नही बना पाये और हम जैसे को तो ज्यादा सिंगलस लेने का भी मौका नही मिला,
थके हारे घर आये लेकिन अगले मैच मे अच्छा प्रदर्शन करने का दबाब था वरना रैंक मे गिरावट आ जाती और जिनकी रैंक ज्यादा खराब होती उन्हे टीम से निकाले जाने का डर था मुझे भी 12 से 19 दिसम्बर तक होने वाले इंडियन प्रीमीयर लीग मे खेलना था तो उसके लिये मुझे यहाँ अच्छी बल्लेबाजी करनी थी इसीलिये वापस से मे नेट अभ्यास मे जुट गया.
तीसरा मैच जिस पिच पर था उसपे पहले भी 2 बार T-20 मैच खेल चुके थे इसीलिये थोडा अनुभव था और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन इस बार विपक्षी टीम की रणनीतीया कुछ अलग ही थी बाउण्डरी बडी होने के कारण हमने शुरूआत मे बडे शाँट खेलने की वजाय सिंगलस पर ध्यान देने की सोचा ताकी जल्दी विकट ना गिरे और बाद मे रन बनाने के लिये विकट बचे रहे लेकिन अफ़सोस विपक्षी टीम की फ़िल्डींग सजावट ऐसी थी की हम सिंगलस भी नही ले पा रहे थे अगर लेते तो रनाआऊट होने का डर था और फिर से हमारा प्रदर्शन खराब हो गया और हम सम्मानजनक स्कोर तक भी नही पहुँच पाये.
एक के बाद एक मैच मे हम बडे शाँट खेलने मे असमर्थ होते रहे और विपक्षी टीम के गेदबाज हमे कम निजी स्कोर पर ही पैवेलियन भेजते रहे |
अंतिम से एक पहले वाला मैच तो पर्थ की पिच पर था जहाँ बस उच्च कोटी के बल्लेबाज ही कुछ रन बना पाते है बाकी चलते बनते है इसलिये हमने उम्मीद ही छोड दी अच्छा प्रदर्शन करने की.
इस तरह से Daredevils ने पूरी सीरीज मे अपना दबदबा बनाये रखा और काफ़ी आसानी से सीरीज अपने कब्जे मे कर ली.
अब अगली सीरीज नम्बर मे है और हर बार की तरह उम्मीद करते है कि बडे शाँट खेलना सिख जाये ताकी तेजी से रन बना सके.
एक दिन हम किसी मैच के बाद ड्रेसिंग रूम मे टीम वाले खिलाडीयो के साथ मैच के बारे मे बाते कर रहे थे तो हमारे साथी, महान दिग्गज बल्लेबाज Chetan Bhargava जी बोले की उनसे बडे प्रशन बने नही तो उन्होने सिंगलस के साथ सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचना चा रहे थे पर अफ़सोस वो भी नेगटिव मार्किग की वजह से रनआउट हो गये हमारी तरह.
So Thanks to Chetan for this IDEA .