Saturday 17 September 2016

Post Mid-Sem fourth umpire's show

____________Post Mid-Sem fourth Umpire's show_____________

आज 6 मैचो की सीरीज का समापन हुआ टीमे थी Students Night Riders और Professors Daredevils.

Night Riders को अपनी ICC रैँक सुधारनी थी इसीलिये सीरीज से पहले खिलाडीयो ने नेट पर खूब जमके मेहनत की उसी टीम मे हम भी थे एक बल्लेबाज.

पहला मैच मे पिच बैटिंग के लिये मददगार साबित हो रही थी तो सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया

दूसरा मैच मे नया गेदबाज आया और उसने कुछ ऐसी गेदबाजी की, की बस कोहली जैसे ही बल्लेबाज क्रिज पर जमे रहे पर बाउण्डरी बहुत लम्बी लम्बी थी तो कोहली जैसे भी बल्लेबाज तेजी से रन नही बना पाये और हम जैसे को तो ज्यादा सिंगलस लेने का भी मौका नही मिला,

थके हारे घर आये लेकिन अगले मैच मे अच्छा प्रदर्शन करने का दबाब था वरना रैंक मे गिरावट आ जाती और जिनकी रैंक ज्यादा खराब होती उन्हे टीम से निकाले जाने का डर था मुझे भी 12 से 19 दिसम्बर तक होने वाले इंडियन प्रीमीयर लीग मे खेलना था तो उसके लिये मुझे यहाँ अच्छी बल्लेबाजी करनी थी इसीलिये वापस से मे नेट अभ्यास मे जुट गया.

तीसरा मैच जिस पिच पर था उसपे पहले भी 2 बार T-20 मैच खेल चुके थे इसीलिये थोडा अनुभव था और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन इस बार विपक्षी टीम की रणनीतीया कुछ अलग ही थी बाउण्डरी बडी होने के कारण हमने शुरूआत मे बडे शाँट खेलने की वजाय सिंगलस पर ध्यान देने की सोचा ताकी जल्दी विकट ना गिरे और बाद मे रन बनाने के लिये विकट बचे रहे लेकिन अफ़सोस विपक्षी टीम की फ़िल्डींग सजावट ऐसी थी की हम सिंगलस भी नही ले पा रहे थे अगर लेते तो रनाआऊट होने का डर था और फिर से हमारा प्रदर्शन खराब हो गया और हम सम्मानजनक स्कोर तक भी नही पहुँच पाये.

एक के बाद एक मैच मे हम बडे शाँट खेलने मे असमर्थ होते रहे और विपक्षी टीम के गेदबाज हमे कम निजी स्कोर पर ही पैवेलियन भेजते रहे |

अंतिम से एक पहले वाला मैच तो पर्थ की पिच पर था जहाँ बस उच्च कोटी के बल्लेबाज ही कुछ रन बना पाते है बाकी चलते बनते है इसलिये हमने उम्मीद ही छोड दी अच्छा प्रदर्शन करने की.

इस तरह से Daredevils ने पूरी सीरीज मे अपना दबदबा बनाये रखा और काफ़ी आसानी से सीरीज अपने कब्जे मे कर ली.

अब अगली सीरीज नम्बर मे है और हर बार की तरह उम्मीद करते है कि बडे शाँट खेलना सिख जाये ताकी तेजी से रन बना सके.

एक दिन हम किसी मैच के बाद ड्रेसिंग रूम मे टीम वाले खिलाडीयो के साथ मैच के बारे मे बाते कर रहे थे तो हमारे साथी, महान दिग्गज बल्लेबाज Chetan Bhargava जी बोले की उनसे बडे प्रशन बने नही तो उन्होने सिंगलस के साथ सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचना चा रहे थे पर अफ़सोस वो भी नेगटिव मार्किग की वजह से रनआउट हो गये हमारी तरह.

So Thanks to Chetan for this IDEA .

Monday 30 May 2016

Champions forever


Athletics & IIT-K Athletics Family


शरीर थक जाता है,
मन भी भर जाता है, 
पर ये दिल नही मानता....
फिर अच्छा भी लगता है 
पर ये सब और कोई नही जानता...



जब अगली सुबह होती है
तो Body दर्दो की गहरी नींद मे खोई हुई होती है 
तब मन मार के जगना भी पडता है :(
क्योंकि आगे बढने के लिये आगे भी बढना पडता है

ground पर जाकर पहले सब एक Round की walk पर जाते है
उस एक Round की walk से ही हम तो मन तैयार कर लाते है

जब मन तैयार तो लोगो मे फिर से वही जोश आ जाता है
पर shin -pain हुआ तो warm-up मे ही होश उड जाता है


उसके बाद लोग हिम्मत मार कर coaches के पास पहुँच जाते है
किसी-किसी दिन तो Workout सुनते ही लोगो के फिर से तोते उड जाते है ;)

कभी-कभी लगता है 
"ये सब बेमतलब के दर्द मै क्युँ सह रहा हुँ
पता नही साला इस Athletics team में ही क्युँ रह रहा हुँ :/ "

लेकिन जो टीम Continue करता है वो इसका जबाब जरुर पाता है
और बस वो जबाब ही उसे रोज Practice पे खींच लाता है,


शायद इस टीम का Culture ही सबसे सही है
यहाँ लोगो ने अक्सर अच्छी बातें ही कही है
IITK मे और भी बहुत कुछ enjoy किया है पर् 
जिस चीज से दिल को असली खुशी मिली ये "Athletics टीम" भी वही है

और

शायद इस टीम के लोग ही बहुत अच्छे होते है
कैसे भी हो पर टीम के लिये सच्चे ही होते है 
चाहे कितने भी बडे और समझदार हो गये है
फिर भी टीम मस्ती मे तो वो बच्चे ही होते है

अच्छा लगता है जब
"जब टीम मे लोग एक्-दूसरे की care करते है
परिवार वालो की तरह बहुत सी चीज share करते है" <3


शायद ये सब चीजे ही लोगो को यहाँ ठहरा देती है
और फिर यही टीम Bonding "Athletics GC" का पहरा देती है :)


यहाँ से जब लोग निकल कर जाते है तो
"सामान से कहीं ज्यादा उनका दिल भारी होता है
क्योंकि यही से उनकी यादो का सिल-सिला जारी होता है" :)
छोडो ये Athletics और Athletics टीम की बातें :/
पर हाँ,
शायद जिन्दगी मे कुछ अच्छा कर रहे होगें तो ये लब्ज इसी की कहानी और किसी को सुना रहे होगें :)
"IITK ATHLETICS FAMILY"
CHAMPIONS FOREVER


Tuesday 24 May 2016

                       माँ की हँसी


सुख मे हॅस रही थी वो मेरे लिए
दुख मे भी हॅस रही थी वो सिर्फ मेरे लिए
दर्द उसे बहुत हो रहा था उस दिन
फिर भी हॅस रही थी वो सिर्फ मेरे लिए

दर्दो की गलियो मे खोयी थी वो सिर्फ मेरे लिए
दुखी होने के लिए उसके पास हजार वजह थी
फिर भी खुश होयी थी वो सिर्फ मेरे लिए
कोख उसी की पकडी थी मैने पलने के लिए 

आज सफलता का पहाड तो चढ सकता हूॅ 
मै पर उॅगली उसी की पकडी थी मैने चलने के लिए,
उन्हे पूरा करना चाहता हूॅ उसकी हॅसी देखने के लिए
कमजोर बना देती है राह की मुसीबते मुझे 

फिर भी याद उसे ही करता हुॅ मजबूत बनने के लिए
उनके चेहरे पर हॅसी देखने की राहत भी है मुझे
डर लगता है कहीं उनकी हॅसी छीन ना जाये 
क्योकि उनकी हॅसी देखने की आदत सी है मुझे ।

गीले बिस्तर पर सोयी थी वो मेरे लिए
मेहनत करता हॅ मै बस उसे खुश देखने के लिए
मेरे दिल मे सपने हजार सजे है उसके लिए 
उन्हे हमेशा खुश देखने की चाहत सी है मुझे